Monday, May 17, 2010

समग्र एवम सतत मूल्यांकन पर अभिवावकों का सेमिनार



६ .०५.२०१० को छात्र के चहुँ मुखी विकास एवम मुल्यांकन पर सैमीनार का आयोजन हुआ .

इस में अभिवावक श्री मति अंजू ,श्री राहुल ,श्री अरुण ने छात्रों के चहूमुखि में टीचर और अभिवावकों के आपसी योगदान पर लोगों को अवगत कराया । प्राचार्य जी ने सतत एवम समग्र मुल्यांकन पर बोलते हुए २४ घंटे के क्रिया कलापों के आधार पर ही छात्रों का मूल्यांकन किया जा सकता है .परीक्षा मात्र एक भाग है । होम वर्क ,नियमतता , बेहविओर,नैतिकता अध्यात्मकता ,खेल कूद ,विज्ञानं ,सांस्कृतिक गतिबिधिंया आदि को शामिल करना होगा .

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